• Powered by

  • Anytime Astro Consult Online Astrologers Anytime

Rashifal राशिफल
Raj Yog राज योग
Yearly Horoscope 2024
Janam Kundali कुंडली
Kundali Matching मिलान
Tarot Reading टैरो
Personalized Predictions भविष्यवाणियाँ
Today Choghadiya चौघडिया
Rahu Kaal राहु कालम

2041 दिवाली देवपूजा

date  2041
Columbus, Ohio, United States

दिवाली देवपूजा
Panchang for दिवाली देवपूजा
Choghadiya Muhurat on दिवाली देवपूजा

 जन्म कुंडली

मूल्य: $ 49 $ 14.99

 ज्योतिषी से जानें

मूल्य:  $ 7.99 $4.99

दीपावली पर, अमावस्या के दिन, भगवान श्रीगणेश जी और श्री लक्ष्मी जी की नव स्थापित प्रतिमाओं की पूजा की जाती है। लक्ष्मी-गणेश पूजा के अलावा, कुबेर पूजा और बहि-खाता पूजा भी की जाती है। दिवाली पूजा के दिन, पूरे दिन का उपवास वांछनीय होता है। व्रत या तो निर्जल हो सकता है यानी बिना जल, या फिर फलाहार यानी केवल फलों के साथ या दूध के साथ केवल व्यक्ति की शारीरिक क्षमता और इच्छा-शक्ति के आधार पर।

निश्चित लगन, प्रदोष समय और अमावस्या तिथि पर विचार करते हुए दीपावली पूजा एक उपयुक्त दिवाली पूजा मुहूर्त में की जानी चाहिए। दिवाली पर लक्ष्मी पूजा एक आवश्यक अनुष्ठान है। श्री सूक्तम, लक्ष्मी सुक्तम आदि विभिन्न भजन भारतीय ऋषियों द्वारा बनाये गए हैं ताकि देवी लक्ष्मी की पूजा की जा सके। लेकिन जो लोग संस्कृत नहीं जानते हैं, उनके लिए लक्ष्मी जी की एक बहुत ही सामान्यीकृत पूजा विधि है। यह पूजा बहुत प्रभावी है क्योंकि यह लक्ष्मी पंचायत की पूजा होती है। जो भक्त लक्ष्मी पंचायतन पूजा करते हैं, उस पर देवी लक्ष्मी की कृपा बहुत जल्दी होती है।

लक्ष्मी पूजा के लिए जरूरी चीजें

दिवाली पर लक्ष्मी पूजा के लिए आवश्यक चीजेंः रोली, अक्षत (कच्चा साबुत चावल), पूजा की थाली, फूल माला, धुपबत्ती, सुगंध, भगवान श्रीगणेशजी और देवी लक्ष्मी, सरस्वती, एक लाल कपड़े के साथ देवी लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर। चैकी, सुपारी, धनिया के बीज, कपास के बीज, कमल के फूल के बीज, सूखी साबुत हल्दी, चांदी का सिक्का, मिठाई, कुछ करेंसी नोट इत्यादि।

लक्ष्मी पूजा की विधि

  • इन सभी चीजों को एक जगह पर एक साथ रखें।
  • चैकी को अपने पूजा स्थल पर रखें। उस पर लाल कपड़ा बिछाएं।
  • देवी लक्ष्मी, सरस्वती और भगवान गणेश की फोटो/मूर्ति रखें।
  • भगवान विष्णु, कुबेर और इंद्र के लिए देवी लक्ष्मी के चित्र के सामने कच्चे चावल के 3 ढेर बनायें।
  • पूजा शुरू करने के लिए एक दीपक जलाएं। इस दीपक को रात भर जलाकर रखना चाहिए। इसके अलावा हल्की धूप बत्ती।
  • लक्ष्मी पूजा के दौरान सभी बाधाओं को दूर करने के लिए भगवान गणेशजी का आवहान करें। भगवान गणेशजी के माथे पर रोली और अक्षत का तिलक लगाएं। भगवान गणेश को सुगंध, फूल, धूप, मिठाई (नैवेद्य) और मिट्टी के दीपक अर्पित करें।
  • अब लक्ष्मी पूजा शुरू करें। देवी लक्ष्मी के माथे पर रोली और चावल का तिलक लगाएं। देवी लक्ष्मी को गंध, फूल, धूप, मिठाई और मिट्टी का दीपक चढ़ाएं। अब धनिया के बीज, कपास के बीज, सूखी साबुत हल्दी, चांदी का सिक्का, मुद्रा नोट, सुपारी और कमल के फूल देवी लक्ष्मी को अर्पित करें।
  • देवी लक्ष्मी के साथ आने के लिए भगवान विष्णु से प्रार्थना करें। भगवान विष्णु को गंध, पुष्प, धूप, मिठाई, फल और मिट्टी के दीपक अर्पित करें।
  • देवी लक्ष्मी के साथ आने और धन देने के लिए भगवान कुबेर से प्रार्थना करें। मिट्टी के दीपक, गंध, फूल, धूप और मिठाई अर्पित कर भगवान कुबेर की पूजा करें।
  • भगवान इंद्र से आने और समृद्धि देने की प्रार्थना करें। भगवान इंद्र की पूजा गंध, फूल, धूप, मिठाई और मिट्टी के दीपक से करें।
  • अब देवी सरस्वती की पूजा करें। देवी सरस्वती के माथे पर तिलक और अक्षत लगाएं। गंध, फूल, धूप, मिठाई और मिट्टी के दीपक अर्पित करें। जीवन पथ पर दिव्य ज्ञान और मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए प्रार्थना करें।
  • अब फोटो में हाथी की पूजा करें। देवी लक्ष्मी के हाथियों को गन्ने का एक जोड़ा अर्पित करें।
    इस पूजा के बाद लक्ष्मी आरती करें।
  • यदि आप माँ लक्ष्मी के मंत्र का जप करना चाहते हैं, तो सबसे सरल और सबसे शक्तिशाली मंत्र है “श्रीं स्वाहा”। इस मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें।

Chat btn