गुरु रविदास जयंती सिखों के बीच एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो उत्तर भारत के राज्यों और विशेष रूप से पंजाब के क्षेत्रों में अत्यधिक खुशी और उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह गुरु रविदास की जयंती मनाने के लिए मनाया जाने वाला दिन है।
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, गुरु रविदास जयंती माघ महीने में पूर्णिमा के दिन आती है। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, यह दिन फरवरी के महीने में आता है।
गुरु रविदास सबसे प्रसिद्ध और प्रभावशाली संतों में से एक थे जिन्होंने भक्ति आंदोलन की स्थापना के लिए बहुत बड़ा योगदान दिया। गुरु रविदास का जन्म बनारस, उत्तर प्रदेश, भारत में हुआ था। उन्होंने एक सिख गुरु के रूप में मान्यता प्राप्त की, जो एक महान विचारक, सुधारवादी, यात्री, आध्यात्मिक नेता और कवि थे।
गुरु रविदास जयंती उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जिनका रविदास धर्म की विचार धाराओं में अटूट विश्वास है। उन्होंने भक्ति आंदोलन की स्थापना की और भारतीय जाति व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाई और सभी के बीच समानता का संदेश दिया। उन्हें पहले गुरुओं में से एक माना जाता था जिन्होंने अपनी चिंता व्यक्त की और जाति और पंथ व्यवस्था के उत्पीड़न से मुक्ति पाने के लिए प्रयास किए। उन्होंने समानता का संदेश दिया और सभी के लिए बुनियादी मानव अधिकारों की समानता की मांग की। बहुत से लोग गुरु रविदास को अपना आध्यात्मिक गुरु मानते हैं और इस प्रकार उनकी विचार धाराओं का पालन करते हैं और इस दिन को बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं।
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गुरु रविदास जयंती का अवसर राष्ट्रों के विभिन्न हिस्सों में मनाया जाता है जहाँ निम्नलिखित अनुष्ठान और समारोह होते हैं:
आप सभी को गुरु रविदास जयंती की हार्दिक शुभकामनाएँ!
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