दिन का गौरी पंचांग
रात का गौरी पंचांग
राहु काल में शुभ कार्य पूर्णतः वर्जित हैं। आज का राहु काल, शुरुआत और अंत का सही समय और इससे बचने के उपाय देखें। राहू काल
आज का पंचांग, गौरी नल्ला नेरम एवं आज का तमिल कैलेंडर
जब हम पंचांग देखने के लिऐ तमिल कैलेंडर पर विचार करते हैं तो गौरी पंचांग देखते हैं। गौरी पंचांग एक तमिल कैलेंडर है जिसमें हम शुभ एवं अशुभ समय देख सकते हैं। मुख्य रूप से गौरी पंचांग को दो भागों में देखा जाता है, दिन का गौरी पंचांग एवं रात का गौरी पंचांग । सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को दिन का गौरी पंचांग एवं सूर्यास्त से अगले सूर्योदय तक के समय को रात का गौरी पंचांग माना जाता है।
गौरी पंचांग शुभ एवं अशुभ दोनो तरह के होते हैं। अर्मिधा, उथी, लाभम, सुगम एवं धनम पांच शुभ गौरी पंचांग हैं तथा विषम, रोगम एवं सोगम अशुभ गौरी पंचांग हैं।
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