2024 सक्रान्ति Bamor Kalan, Madhya Pradesh, India
2024
Bamor Kalan, Madhya Pradesh, India
सक्रान्ति कब है अप्रैल, 2024 में |
13 अप्रैल, 2024 (मेष संक्रांति) |
प्रसिद्ध ज्योतिषियों द्वारा अपनी कुंडली रिपोर्ट प्राप्त करें $ 14.99/-
अत्यधिक उपयुक्त
पूर्ण कुंडली रिपोर्ट प्राप्त करें
सक्रान्ति
सक्रान्ति को शंकरमनम भी कहा जाता है तथा यह भारत में सबसे ज्यादा मनाये जाने वाला त्यौहार है। हिन्दू कैलेंडर में प्रत्येक सक्रान्ति के महत्व को बताया गया है। सक्रान्ति बहुत ही उत्साह, जुनून एवं प्यार से मनाई जाती है। हिन्दू मान्यताओं में सक्रान्ति की तिथि एवं समय बहुत महत्व रखता है। सक्रान्ति के ही दिन सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है।
साल 2024 के लिए सक्रान्ति की सूची
तिथि | दिनांक | तिथि का समय |
---|---|---|
संक्रान्ति जनवरी 2024मकर संक्रांति |
15 जनवरी (सोमवार) |
समय देखें |
संक्रान्ति फरवरी 2024कुम्भ संक्रांति |
13 फरवरी (मंगलवार) |
समय देखें |
संक्रान्ति मार्च 2024मीन संक्रांति |
14 मार्च (गुरुवार) |
समय देखें |
संक्रान्ति अप्रैल 2024मेष संक्रांति |
13 अप्रैल (शनिवार) |
समय देखें |
संक्रान्ति मई 2024वृषभ संक्रांति |
14 मई (मंगलवार) |
समय देखें |
संक्रान्ति जून 2024मिथुन संक्रांति |
15 जून (शनिवार) |
समय देखें |
संक्रान्ति जुलाई 2024कर्क संक्रांति |
16 जुलाई (मंगलवार) |
समय देखें |
संक्रान्ति अगस्त 2024सिंह संक्रांति |
16 अगस्त (शुक्रवार) |
समय देखें |
संक्रान्ति सितम्बर 2024कन्या संक्रांति |
16 सितम्बर (सोमवार) |
समय देखें |
संक्रान्ति अक्तूबर 2024तुला संक्रांति |
17 अक्तूबर (गुरुवार) |
समय देखें |
संक्रान्ति नवम्बर 2024वृश्चिक संक्रांति |
16 नवम्बर (शनिवार) |
समय देखें |
संक्रान्ति दिसम्बर 2024धनु संक्रांति |
15 दिसम्बर (रविवार) |
समय देखें |
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार प्रत्येक वर्ष में 12 सक्रान्ति होती हैं। 12 में से अयान, विश्व, विष्णुपदी एवं षदितिमुखी मुख्य सक्रान्ति हैं। मकर सक्रान्ति सबसे आशावादी है जो कि भारत में पूरे उत्साह के साथ मनाई जाती है। मकर सक्रान्ति हर वर्ष 14 जनवरी को मनाई जाती है।
दक्षिण भारत में मकर सक्रान्ति चार दिन मनाई जाती है। सक्रान्ति का दिन बहुत ही शुभ एवं दान के लिए अच्छा माना जाता है परंतु सभी शुभ कार्य इस दिन नहीं किए जाते। मकर सक्रान्ति से शुभ कार्य करने के दिनों की प्रारंभआत होती है। इस दिन अशुभ काल का अंत होता है जो कि लगभग दिसंबर महीने के मध्य से प्रारंभ होता है।
भारत के अलग-अलग राज्यों में मकर सक्रान्ति को अलग-अलग नामों से जाना जाता है, गुजरात में उत्तरायण, तामिलनाडू में पोंगल, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा एवं पजांब में माघी। इस दिन घरों में कई तरह की मिठाईयां भी बनाई जाती है। मकर सक्रान्ति बहुत खुशियां लेकर आती है और पुराने दुखों को भुलाती है।