मार्गशीर्ष या अग्रहायण हिंदू महीना है जो धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व रखता है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, यह महीना नवंबर-दिसंबर में पड़ता है। इस धार्मिक महीने का नाम नक्षत्र मृगशीर्ष है और यह भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है।
मार्गशीर्ष अमावस्या भक्ति और श्रद्धा का दिन है। इस दिन, भक्त भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने के अलावा अपने पूर्वजों को याद करते हैं। ऐसा माना जाता है कि मृत पूर्वजों को श्रद्धा अर्पित करके, सभी दोषों को दूर करने और अपने व अपने परिवार के लिए आनंदमय जीवन का आशीर्वाद पाने के लिए प्रार्थना की जाती है। इस शुभ अमावस्या की रात को की जाने वाली प्रत्येक धार्मिक गतिविधि गहन महत्व रखती है और भक्तों को दिव्य आशीर्वाद मिलता है।
मार्गशीर्ष अमावस्या पर अमावस्या पूजा करना और इस दिन व्रत का पालन करना आपके पूर्वजों के लिए शांति और मोक्ष दिलाने का एक तरीका है। हिंदू ग्रंथों और शास्त्रों के अनुसार, अमावस्या व्रत न केवल आपके मृत पूर्वजों को प्रसन्न करता है, बल्कि आपको भगवान रुद्र, इंद्र, ब्रह्मा, सूर्य और अग्नि व अन्य से आशीर्वाद प्राप्त करने में भी मदद करता है।
मार्गशीर्ष अमावस्या का महत्व इस तथ्य में निहित है कि किसी भी पवित्र नदी में डुबकी लगाने से आपको सभी पापों से मुक्त होने में मदद मिलेगी। दान पुण्य इस दिन किया जाने वाला एक अन्य महत्वपूर्ण अनुष्ठान है जो पूर्वजों के प्रति आभार और सर्वोच्च स्तर का पुण्य प्राप्त करने के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है।
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, चैत्र माह (मार्च-अप्रैल) से शुरू होने वाले पुरे वर्ष में 12 अमावस्या होता है। यहाँ मार्गशीर्ष अमावस्या के अलावा अमावस्या के दिनों की सूची दी गई है।
क्र.सं. |
हिंदू महीना |
अमावस्या व्रत नाम और उसी दिन के त्योहार |
1 |
चैत्र |
|
2 |
वैशाख |
|
3 |
ज्येष्ठ |
ज्येष्ठ अमावस्या, दर्श भावुक अमावस्या, शनि जयंती, वट सावित्री व्रत |
4 |
आषाढ़ |
|
5 |
श्रावण |
|
6 |
भाद्रपद |
|
7 |
अश्विन |
|
8 |
कार्तिक |
|
9 |
मार्गशीर्ष |
मार्गशीर्ष अमावस्या |
10 |
पौष |
|
11 |
माघ |
|
12 |
फाल्गुन |
यदि अमावस्या सोमवार के दिन पड़ती है - सोमवती अमावस्या कहलाती है।
Loading, please wait...